आखिरकार बेला तृप्त हो गई
जब से माधव घर के सामने रहने आया था, बेला बहुत बेचैन हो गई थी। वह देखने में सुंदर युवक उसे दिल से पसंद आ गया था। उसे घर में बुलाकर अपनी योनि की आग शांत करने की इच्छा उसके मन में थी। उसके पति भी बाहर गाँव गए हुए थे। अगर वे होते, तो भी वह अतृप्ति की आग में जलती रहती। उन्हें भी पता था कि उनकी पत्नी की इच्छाएँ पूरी नहीं हो पातीं… पूरी कहानी पढ़े...