सभी दोस्तों को मेरा नमस्ते। मैंने अपनी सासू और बीवी को एक साथ चोदा था। इसके बाद मेरी सासू ने मुझे बताया कि वो अपने भाई से चुदवाती है। मैंने कहा, “माँ, मुझे भी ये चुदाई देखनी है और मुझे भी उनसे एक बार मिलना है।” अब मैं आप सभी का परिचय करवाता हूँ। मेरी सासू की उम्र 48 साल है और उसका फिगर 42-38-44 है। वो बहुत सेक्सी दिखती है। उसकी उम्र के बावजूद उसका शरीर बेहद आकर्षक है।
उसके चेहरे से उम्र का अंदाज़ा नहीं लगता। गुड़िया (मेरी बीवी) की उम्र 27 साल है और उसका फिगर 30-28-32 है। वो अपनी माँ से भी ज़्यादा सेक्सी लगती है। अपनी छोटी उम्र में भी वो बड़े-बड़े लंडों को एक साथ हज़म कर लेती है। उसे एक बार देखकर सबके लंड खड़े होकर सलामी देने लगते हैं। अमर (मामा) की उम्र 45 साल है। वो अपने बड़े लंड से किसी की भी चूत को चोदकर उसे भोसड़ा बना देते हैं। मामी (चमेली) की उम्र 43 साल है और फिगर 38-34-40 है। जैसा उसका नाम, वैसा उसका भरा हुआ शरीर। उसके बड़े बूब्स हमेशा ब्लाउज़ से बाहर आने को तड़पते थे और उसकी गांड देखने वालों को पागल कर देती थी। मैं (रवी), उम्र 29 साल, दिखने में सुंदर और चोदने में हमेशा आगे। अपने लंड की तारीफ मैं नहीं करता।
दोस्तों, अब मैं आज की कहानी पर आता हूँ। उस वक्त मैं अपने ससुराल में रुका हुआ था। एक दिन मैंने अपनी सासू से कहा कि मामा को बुलाओ। उसने फोन करके आजोबा को बताया कि वो थोड़ी बीमार है और मामा को कुछ दिनों के लिए यहाँ भेज दो, वो अकेली है। आजोबा ने मामा और उनकी बीवी को भेज दिया और उसी रात वो घर पहुँच गए। घर आकर उन्होंने सासू को इधर-उधर घूमते देखा तो बोले, “क्या हुआ? तुमने मुझे झूठ बोलकर क्यों बुलाया?” सासू बोली, “अभी थोड़ा आराम करो, मैं सब बताती हूँ।” फिर हम सबने खाना खाया और साथ बैठकर बातें करने लगे। मामा ने सासू से पूछा, “अब तो बता, क्या हुआ?” सासू बोली, “भाई, ये जो तुम्हारे दामाद हैं, ये भी हमारे साथ आना चाहते हैं।”
मामा बोले, “मुझे ये बात समझ नहीं आई।” सासू बोली, “ये हमारी सेक्स टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं।” ये सुनकर मामा खुश हो गए और मुझे गले लगा लिया। फिर उन्होंने पूछा, “गुड़िया को कोई दिक्कत तो नहीं?” मेरी बीवी उठकर खड़ी हुई और उसने मामा को एक लिप किस दिया और उनका लंड दबाया। इससे मामा खुश हो गए और बोले, “अब बहुत मज़ा आएगा।” तभी मामी वहाँ आई और बोली, “क्या चल रहा है?” मामा ने उसे सब बताया जो हमने किया। वो भी सुनकर खुश हुई और मुझसे बोली, “देख रवी, मुझे थोड़ा गंदा सेक्स पसंद है।”
मैंने कहा, “कोई दिक्कत नहीं, मैं सब संभाल लूँगा। आप चिंता मत करो, बस देखते जाओ।” इसके बाद मामा बोले, “आज हम हॉल में ही सेक्स का मज़ा लेंगे। खुले में सेक्स करने से ज़्यादा मज़ा आएगा।” सबसे पहले सासू बोली, “हाँ भाई, बहुत दिनों से तेरा लंड नहीं चूसा। प्लीज आज मुझे दे, मैं बहुत दिनों से प्यासी हूँ।” मामा बोले, “हाँ मेरी रंडी बहन, जल्दी आ, अपने भाई का लंड मुँह में ले और मज़े कर।”
ये सुनते ही सासू ने मामा की पैंट और अंडरवियर उतारी और उनका लंड मुँह में लेकर चूसने लगी और मज़े लेने लगी। मैंने देखा कि मामा का लंड मेरे लंड से बड़ा और काला था। तभी मामी मेरे पास आई और बोली, “मैंने बहुत दिनों से कोई जवान लंड नहीं लिया, लेकिन आज मैं अपने दामाद का लंड लूँगी।” उसने मेरे कपड़े उतारे। मैंने अंडरवियर नहीं पहना था और अब मैं पूरा नंगा था। वो मेरा लंड चूसने लगी। धीरे-धीरे सासू ने अपने कपड़े उतारे और मैंने मामी को नंगा कर दिया।
मामा मेरी बीवी से बोले, “अरे तू इतनी दूर क्यों बैठी है? तू भी हमारे इस खेल में आ।” मेरी बीवी ने भी कपड़े उतारे और अब हम सब पूरी तरह नंगे थे। मेरी बीवी ने भी मामा का लंड चूसना शुरू किया और सासू भी उसे चूस रही थी। तभी मामी मुझसे बोली, “बेटा रवी, अब तू मेरी चूत चाट और उसका सारा रस पी जा।”
मैंने मामी की चूत को एक हाथ से खोलकर देखा। वो अंदर तक बिल्कुल साफ थी। मैंने चूत चाटना शुरू किया। थोड़ी देर बाद मामी ने मेरे मुँह पर पेशाब करना शुरू कर दिया और मैंने वो सारा पी लिया। मुझे बहुत अच्छा लगा। फिर मामी बोली, “बेटा, आज तूने मेरी पेशाब पी ली, अब मैं तेरी पीऊँगी।” उसने मामा से कहा, “तू भी अपनी पेशाब से हमें पवित्र कर।” फिर मैं और मामा खड़े होकर एक साथ मुतने लगे और वो तीनों रंडियाँ “आह मज़ा आ गया” कहते हुए हमारी पेशाब पीने लगीं। फिर मैंने अपना लंड मामी की चूत में डाला और उसे चोदने लगा।
मामी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी और मैं आराम से उसे चोद रहा था। मैंने देखा कि मामा गुड़िया की गांड मार रहे थे और वो कह रही थी, “फाड़ दे मादरचोद, बहनचोद, उह्ह्ह्ह आईईई, आज अपनी भतीजी की गांड फाड़ दे।” सासू मामी की गांड चाट रही थी और उसमें उंगली डाल रही थी।
फिर मैंने मामी को घोड़ी बनाया और उसकी चूत में एक ही झटके में पूरा लंड डाल दिया। उसे चोदने लगा। 10 मिनट बाद उसने पानी छोड़ दिया। मैंने कहा, “मामी, मेरा अभी बाकी है।” वो बोली, “कोई दिक्कत नहीं, अपने मामी की गांड में डाल दे।” मैंने अपना लंड उसकी गांड में डाला तो वो जोर से चिल्लाई, “मादरचोद, थोड़ा धीरे डाल। आज तूने मेरी गांड फाड़ दी।” मैंने उसे धीरे-धीरे ठोके देकर चोदा, लेकिन थोड़ी देर में मेरा वीर्य निकल गया और मैं वहीं बैठकर आराम करने लगा।
फिर मामा ने सासू की गांड में लंड डालकर उसे चोदना शुरू किया। सासू बोली, “हाँ मादरचोद, बहनचोद, फाड़ दे, उह्ह्ह्ह और जोर से ठोक अपनी बहन की गांड में।” मामा बोले, “हाँ मेरी रंडी, रखैल, तेरी गांड में अब तक कितने लंड गए होंगे, लेकिन अभी भी इसकी आग शांत नहीं हुई।” थोड़ी देर बाद मामा ने भी वीर्य छोड़ दिया। हम सब बैठकर बातें करने लगे और थोड़ी देर बाद वैसे ही नंगे सो गए।
327 views