hindi sex story

हिस्सेदार की बीवी

मैं अपना परिचय दे दूँ, मेरा नाम गौरव गुप्ता है, उम्र 30 साल, कद 5′ 5″, रंग गोरा और बदन गठीला है और अभी तक मैं कुँवारा हूँ। मैं लखनऊ में एक कंप्यूटर सेन्टर चलाता हूँ, जिसमें मैं और मेरा एक हिस्सेदार है। कंप्यूटर सेन्टर हिस्सेदार के घर के एक कमरे में चलता है। उस कमरे का एक दरवाज़ा हिस्सेदार के घर के अन्पूरी कहानी पढ़े...

ड्राईवर और नौकर से चुदी

सभी अन्तर्वासना पढ़ने वाले पाठकों को और गुरु जी कोटि कोटि प्रणाम !

इतनी पड़ रही सर्दी में भगवान् सब के लौड़े खड़े रखे और ऐसे ही चूतें बजती रहे !

मेरा नाम है अनु और मैं पंजाब की रहने वाली एक बहुत बड़े व्यापारी की हसीन बीवी हूँ। पैसों के लिए अपने से कहीं बड़े उम्र वाले से घरवालों के खिलाफ जाकर शादी कर ली थी लेकिन अब सब मुझपूरी कहानी पढ़े...

लुटने को बेताब जवानी

उन्हें भी पता चल गया कि मैं झड़ गई हूँ, मेरी सांसें तेज़ हो गई थी और हल्की सी आवाज़ें भी निकाल रही थी और जोर जोर से उनके बालों को सहलाने लगी थी। पहली बार ऐसा एहसास हुआ था, इससे पहले मैंने खुद ही अपने मम्मे सहलाये थे पर आज दो व्यक्ति एक साथ मेरे चूचियों से खेल रहे थे, चूस रहे थे, मैं जन्नत की सैर कर रही थी।

अब अंजुम ने वहां पूरी कहानी पढ़े...

गाँव जाकर नौकर से प्यास बुझवाई

जैसे कि मैंने पहले भाग में बताया था कि जैसे ही मेरे और मेरे नौकर के बीच इशारों में बातें हुई तो उसने जल्दी से तौलिया लपेटा और अंदर आने लगा ही था कि कार के होर्न की आवाज़ सुन हम दोनों का मूड खराब हो गया और फिर अपने पति के साथ में शहर वापस घर आ गई लेकिन रह रह कर उसका लौड़ा मेरी आँखों के सामने घूमता रहता था। उसका काला मोटा लौड़पूरी कहानी पढ़े...

किराए का कमरा

मैं बहुत साहस करके अपनी खुद की वास्तविक कहानी आप लोगों का बता रहा हूँ। मैं राजस्थान का रहने वाला हू और अभी गांधीनगर, गुजरात में रह रहा हूँ। गांधीनगर में मैं एक सिक्योरिटी कम्पनी में नौकरी करता हूँ और हर 3-4 महीने बाद घर जाता हूँ।

वैसे आप सब लोगों को बता दूँ कि मैं एक नम्बर का चूत का चुस्सू हूँ।

अब मैं अपनी कहानी पर आपूरी कहानी पढ़े...

मेरी तो बहुत छोटी है

मेरा नाम अंकित जैन है। मैं 21 वर्षीय हट्टा कट्टा नौजवान हूँ, इंदौर में रहता हूँ। मेरा अभी इंजीनियरिंग में एड्मिशन हुआ है। मेरा लौड़ा 9 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा और काला है। मुझे चोदने की काफी इच्छा थी पर पूरी नहीं होती थी। इसलिए दिन में कभी कभार मैं मूठ मार लिया करता था।

एक दिन मेरे पड़ोस में किरायेदार रहने आये। उनके पूरी कहानी पढ़े...

बेटी ने माँ को चुदवाया

मैं 6 साल पहले इटारसी आया तो मैंने एक सुशिक्शित परिवार से भरपूर परिवार में किरायेदार की हेसियत से रहने लगा. उस परिवार में मेरे अलावा उनकी बड़ी लड़की रिन्की और रिन्की की मम्मी रुमणी और पापा सुरेश अग्रवाल रहते है. रिन्की के पापा इटारसी शहर में एक कॉटन कम्पनी में काम करने के कारण अधिकतर बाहर ही रहते हैं. यह परिवार वपूरी कहानी पढ़े...

मेरे मम्मी

पापा को तुरन्त मामा जी के घर जाना पड़ा।
परीक्षा के कारण पिताजी ने कहा कि तुम
दोनों भाई घर पर ही रहकर पढ़ाई करो, हम
मामा के घर से दो दिन बाद वापिस आ जायेंगे।
हम दोनों भाई ऐसे नहीं थे कि अपने लिए
खाना बना सकें इसलिए मम्मी ने
कहा कि खाना बनाने के लिये पड़ोस में रहने
वाली संजना को बोल देती हूँ, वो आकर तुम
दोनों का खाना बना देपूरी कहानी पढ़े...

हसीना की चूत में पसीना

मेरा नाम आर्यन है, मैं मोरादाबाद में रहता हूँ। मेरी कहानी एक सच्ची कहानी है। मेरी कहानी सुनकर लड़कों को मुठ ज़रूर मारना पड़ेगा और लड़कियों को अपनी चूत में ऊँगली करे बगैर चैन नहीं मिल पायेगा।

मैं इंजीनियरिंग का छात्र हूँ और मैं कमरा लेकर रह रहा हूँ। मेरे साथ मेरा दोस्त भी रहता है, हम दोनों एक साथ पढ़ते हैं। हम दोनोपूरी कहानी पढ़े...

भाभी की लम्बी-लम्बी झांट

इसके पहले की कहानी को आप लोगों ने बहुत सराहा तो मैंने सोचा कि अपना अगला अनुभव भी आप लोगों को बताया जाए। तो अब मेरी कहानी पढ़िये !

एक बार फिर बता दूँ, मै एक जवान लड़का हूँ। मैं जब पटना में रह कर पढ़ता था तो मेरे कमरे के नीचे एक परिवार रहता था। उस परिवार में एक आरती नाम की औरत और उसके पति रहते थे। उसके दो छोटे लड़के भी थे। उसके पपूरी कहानी पढ़े...