अमृता की कामवासना शांत की
मोहित की परीक्षा लगभग खत्म हो चुकी थी। उसका कॉलेज पूरा हो गया था। उसने पहले से ही रेलवे का टिकट बुक कर रखा था। घर जाने के लिए वह बेचैन हो रहा था। उसने अपने कपड़े और सामान बैग में भर लिया था। रहने वाले कमरे का किराया चुका दिया था। शाम की ट्रेन थी। लगभग 18 घंटे के सफर के बाद वह अपने घर पहुँचने वाला था। मोहित की उम्र बाईस सा… पूरी कहानी पढ़े...