हॉट सेक्स स्टोरी में पढ़ें कैसे मैंने एक कामुक भाभी के साथ बारिश की सेक्सी रात बिताई। नमस्ते दोस्तों, मैं शिवान, दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं एक कॉल बॉय हूँ, 26 साल का हूँ और स्लिम बॉडी का मालिक हूँ। मेरा लंड नॉर्मल इंसान जैसा है—6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा। ये मेरी पहली कहानी है, जो बिल्कुल सच्ची घटना पर आधारित है।
अब मैं कहानी सुनाता हूँ। मैं दिल्ली में नया-नया शिफ्ट हुआ था। एक रात की बात है, मैं अपने दोस्तों के साथ मस्ती करके घर जाने के लिए ऑटो का इंतजार कर रहा था। तभी एक 30-35 साल की सेक्सी भाभी, काली साड़ी में, वहाँ से पैदल गुजरी। इतनी रात को उसे अकेले देखकर मैं थोड़ा हैरान हुआ। मैं उसके पीछे-पीछे ऑटो स्टैंड तक गया। तभी अचानक बारिश शुरू हो गई। हम दोनों पूरी तरह भीग गए। वह इतनी रात को मुझे अपने पीछे आते देखकर डर गई थी। मैंने कहा, “आप मुझसे मत डरें, मैं आपको कोई नुकसान नहीं पहुँचाऊँगा।” तभी एक गाड़ी की लाइट उस पर पड़ी और मैं उसे देखता रह गया। क्या माल थी वो भाभी—बड़े-बड़े सेक्सी बॉल, करीब 38 साइज के गोरे-गोरे, बड़ी गांड। क्या बताऊँ दोस्तों, वो पूरी तरह सेक्सी माल थी। मैं उसे देख रहा था। शायद उसे मेरी आँखों में उसके लिए हवस दिख गई थी। वह थोड़ा सँभलकर खड़ी हुई।
तभी एक ऑटोवाला हमारे पास आया। मैंने हाथ देकर उसे रोका, उसमें बैठ गया और न जाने क्या सूझा, मैंने उसे साथ बैठने को कहा। उसने मना किया, लेकिन मैंने जोर दिया और कहा, “इतनी रात को ज्यादा देर बाहर खड़े रहना ठीक नहीं। मैं बुरा इंसान नहीं हूँ, और यहाँ रुकना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।” उसे मेरी बात समझ आई और वह ऑटो में बैठ गई। उसे साकेत जाना था। मैंने भी झूठ बोला कि मुझे भी वहीं जाना है। वह ऑटो में मेरे पास सटकर बैठी थी। बात करते-करते उसने बताया कि उसका पति लंदन में नौकरी करता है, उसकी एक छोटी बेटी है और साकेत में उसका अपना फ्लैट है। बातों-बातों में मैं उस पर इधर-उधर हाथ फेरने लगा। वह मुस्कुरा रही थी। उसने मुझसे पूछा, “तेरी कोई गर्लफ्रेंड है?” मैंने कहा, “नहीं, अगर आपके जैसी कोई मिलती तो सोचता।” वह बोली, “मुझमें ऐसा क्या देखा तूने?” मैंने कहा, “कुछ नहीं, बोल नहीं सकता, वरना आपको बुरा लगेगा।” उसने जोर दिया और फिर पूछा। मैंने कहा, “आपके बॉल और गांड बहुत खूबसूरत हैं।”
वह थोड़ा चौंकी और बोली, “और क्या है मुझमें?” मैंने कहा, “सब देख लूँगा तो बताऊँगा न।” उसने सोचा और बोली, “मेरे घर चल, कॉफी पीते हैं।” मैंने हाँ कह दी। फिर मैं उसके घर पहुँचा। घर अच्छा था। उसने मुझे बैठने को कहा और कॉफी बनाने लगी। उसने मुझे अपने पति का बरमूडा और तौलिया दिया और कहा, “कपड़े बदल लो, बाथरूम वहाँ है।” मैं अंदर गया और कपड़े बदलने लगा। तभी देखा कि उसकी पैंटी और ब्रा वहीं पड़ी थीं। मैंने मुठ मारी और बाहर आ गया। फिर वह बदलने गई। जब वह बाहर आई तो मैं उसे देखता रह गया। क्या मस्त लग रही थी—स्लीवलेस नाइटी में, जिसमें से अंदर की चीजें साफ दिख रही थीं। उसे देखकर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया। उसने इसे नोटिस किया, मेरी तरफ देखकर हँसी और फिर हमने कॉफी पी। अचानक उसने कहा, “मुझे किस कर।”
मैंने उसे किस करना शुरू किया। उसके होंठ रेशम जैसे मुलायम थे। उसने कहा, “आज मुझे जी भरकर प्यार कर, जो प्यार मुझे मेरे पति से नहीं मिला।” फिर वह पागलों की तरह मेरे होंठ चूसने लगी, मेरे होंठ काट रही थी। उसने मेरा बरमूडा उतारा और मेरा लंड देखकर बोली, “बहुत बड़ा है, मुझे मजा आएगा।” वह मेरा लंड मुँह में लेकर ऐसे चूस रही थी जैसे कोई बच्चा आइसक्रीम चूसता हो। फिर मैंने उसे नंगा किया और उसके गोरे बड़े बॉल चूसने लगा। उनसे अभी भी दूध निकल रहा था। मैंने पूछा तो उसने कहा, “मेरी बेटी अभी डेढ़ साल की है।” मैंने उसका सारा दूध पी लिया। वह अजीब-अजीब आवाजें निकाल रही थी, जैसे सालों से लंड की प्यासी हो। फिर मैंने उसकी पुच्ची देखी—गुलाबी रंग की, क्लीन शेव्ड, रस टपक रहा था। मैं उसे चाटने लगा। फिर मैंने उसके पैरों के बीच तकिया रखा और अपना लंड उसकी पुच्ची पर रगड़ने लगा। वह मुझे अंदर डालने को कहने लगी। मैंने एक जोरदार झटका मारा। वह चिल्ला उठी। उसने कई दिनों से सेक्स नहीं किया था। उसकी पुच्ची बहुत टाइट थी। मेरा लंड अंदर डालना मुश्किल हो रहा था। मेरा लंड दुखने लगा, लेकिन मैंने पूरा जोर लगाकर उसे अंदर डाला।
मैंने उसका मुँह बंद किया। वह रो रही थी। मैंने अपनी जीभ से उसके आँसू चाटे और उसे गले लगाया। फिर एक जोरदार झटका मारा और मेरा पूरा लंड उसकी पुच्ची में घुस गया। वह काँप उठी। मैंने उसके बॉल जोर से पकड़े, चूसे और धक्के मारना शुरू किया। वह आवाजें करने लगी। उसने मेरी पीठ पर अपने नाखूनों से निशान बना दिए। मैंने उसे 20 मिनट तक ठोका। वह गांड उठाकर जवाब दे रही थी। फिर उसने मुझे साइड किया, मुझे नीचे लिटाया और मेरे लंड पर चढ़ गई। वह मजे से उस पर उछलने लगी। मुझे लगा कि मेरा वीर्य निकलने वाला है। उसने मेरा लंड पुच्ची से निकाला और मुँह में ले लिया। उसने मेरा सारा वीर्य पी लिया। वह मेरे ऊपर लेटकर मुझे किस करने लगी। मेरा लंड फिर खड़ा हो गया। उसने कहा, “मैं तुझे एक गिफ्ट दूँगी।” फिर वह तेल लाई और मेरे लंड पर लगाया। उसने अपनी गांड डॉगी स्टाइल में की और बोली, “आज मेरी गांड मार। मैंने आज तक अपनी गांड किसी को नहीं दी।” मैंने मन में सोचा, मेरा तो नसीब खुल गया। मैंने धीरे से अपना लंड उसकी गांड में डाला। पहले मैंने लंड को उसके छेद पर अच्छे से रगड़ा, फिर अंदर डालकर घिसने लगा। उसके मुँह से “अह्ह… उम्म्म… ओह्ह” की आवाजें निकल रही थीं। उसकी साँसें तेज हो गईं। मेरी छाती भी धड़क रही थी।
मेरा लंड डालते ही उसे दर्द होने लगा। मैंने पूछा, “रुक जाऊँ?” लेकिन उसने जारी रखने को कहा। मैंने पूरा लंड अंदर डाला और धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा। उसकी गांड बहुत टाइट थी। वह अपनी गांड हिलाने लगी और बोलने लगी, “हम्म… येस्स्स… बेबी… फक मी… जोर से… ठोक मुझे… फाड़ दे मेरी गांड।” मैंने 15 मिनट तक उसकी गांड मारी और उसकी गांड में ही पानी छोड़ दिया। हम एक-दूसरे से चिपककर सो गए। सुबह जब मैं उठा, उसने मुझे किस किया और अपना नंबर व पैसे दिए। मैंने मना किया तो वह बोली, “तूने मुझे जो सुख दिया, उसके सामने ये कुछ भी नहीं।” मैंने पैसे लिए, कपड़े पहने और जाने लगा। उसके आँखों में आँसू आ गए। मैंने पूछा, “क्यों रो रही हो?” वह बोली, “मैंने तुझे अपने पति से ज्यादा प्यार किया इसलिए।” मैंने कहा, “जब भी बुलाओगी, मैं आ जाऊँगा। बस फोन करना।” आज भी मैं उसके साथ सेक्स करता हूँ। उसकी सहेली के साथ भी मैंने सेक्स किया। उसने और उसकी सहेली ने मिलकर मुझे जिगोलो बनाया। मैं जिगोलो बन गया, लेकिन उनका भरोसा कभी नहीं तोड़ा। हमारी सारी बातें आज भी सीक्रेट हैं, क्योंकि ऐसे रिश्तों में सीक्रेट और भरोसा जरूरी है।
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