नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम मयंक है और मैं मुंबई का हूँ। मेरी उम्र 28 साल है और मेरी शादी कुछ साल पहले हुई थी। मेरी बीवी की उम्र 26 साल है और वो रूप की रानी है। उसे एक बार देखकर बूढ़े भी जवान हो जाते हैं। वो जहाँ भी जाती है, कोई न कोई उससे छेड़खानी जरूर करता है।
दोस्तों, आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसके बाद मैं कुछ नहीं कर सका क्योंकि मेरे परिवार की इज्जत का सवाल था। वो घटना मैं आपको विस्तार से बताता हूँ, जिसने मेरी जिंदगी बदल दी। मेरे घर में मेरे मम्मी-पापा भी रहते हैं। मेरे पापा की उम्र 51 साल है और वो दिखने में मेरे जैसे ही हैं। ये बात 2 महीने पहले की है, जब मैं और मेरी बीवी मेरे मम्मी-पापा के साथ गाँव गए थे। वहाँ हमारा बड़ा खेत और घर है। वहाँ पहुँचकर मैं और पापा खेत पर गए, जबकि मेरी बीवी और मम्मी घर का काम करके सो गई थीं।
फिर मैं घर आया और कमरे में जाकर सो गया। दोस्तों, मुझे चोदने का मन था, लेकिन मुझे लगा कि मेरी बीवी बेचारी काम करके थक गई होगी, तो हम कल सेक्स कर लेंगे। ये सोचकर मैं सो गया। लेकिन मेरी बीवी को भी चुदाई का बहुत शौक है। जब भी मैं चोदने की बात करता हूँ, वो तुरंत हाँ कहती है। लेकिन उस वक्त मैंने कुछ नहीं किया। अगले दिन मैं और पापा खेत पर गए। लौटते वक्त शाम हो गई। फिर मैं और पापा मेरे चाचा के घर गए। वहाँ उनका एक लड़का मोहन भी था। मैंने पापा से कहा, “पापा, मैं मोहन के साथ बाहर जा रहा हूँ। आप घर जाकर सो जाइए, मैं थोड़ी देर बाद आऊँगा।” पापा बोले, “ठीक है।” वो थोड़ी देर बाद घर पहुँचे और अपने कमरे में चले गए। एक बात और थी कि मेरी मम्मी और बीवी ने अपने कमरे बदल लिए थे, जो मुझे और पापा को पता नहीं था। वजह ये थी कि मेरी बीवी को छिपकली से बहुत डर लगता है और उसके कमरे में बहुत सारी छिपकलियाँ थीं। मम्मी ने कहा, “आज तू मेरे कमरे में सो जा, कल हम यहाँ दवा छिड़क देंगे।”
दोस्तों, इसी एक गलती ने मेरी जिंदगी में आग लगा दी। जब मैं घर पहुँचा, तो पापा ने दरवाजा बंद कर लिया था। मैंने नहीं सुना कि वो क्या बोले। मैं अपने कमरे में गया और देखा कि लाइट बंद थी, सिर्फ नाइट लैंप जल रहा था। मैंने कपड़े बदले और जब सोने गया, तो मुझे साड़ी जैसा कुछ लगा। मैंने मोबाइल की लाइट ऑन की तो देखा कि वहाँ मेरी मम्मी सो रही थी। फिर मैं दूसरे कमरे की ओर जाने लगा। तभी मेरे मन में आया कि एक काम करता हूँ। मेरे कमरे की खिड़की मैं हमेशा खुली रखता हूँ, जो उस वक्त बंद थी। अगर मैं दरवाजा बजाकर पापा को बुलाता, तो मेरी बीवी जाग जाती और उसे शर्मिंदगी होती। इसलिए मैंने खिड़की धीरे से खोली और अंदर का नज़ारा देखकर दंग रह गया।
मैंने देखा कि पापा कपड़े उतार रहे थे। उन्हें कुछ पता नहीं था। कपड़े उतारकर वो मेरी बीवी के पास जाकर सो गए। वो एक चादर के अंदर थी। मुझे लगा कि थोड़ी देर में उन्हें समझ आ जाएगा और वो बाहर आ जाएँगे। लेकिन अब सब उल्टा हो गया। उस वक्त ठंड भी ज़्यादा थी और बूढ़े को भी चोदने की इच्छा हो गई थी। उन्होंने धीरे-धीरे चादर हटाई। जब उन्होंने मेरी बीवी की नाइटी को छुआ, तो वो भी चौंक गए और कुछ देर सोचने लगे। फिर अचानक उन्होंने धीरे-धीरे पूरी चादर हटा दी। मेरी बीवी काले रंग की नाइटी में थी। वो उसके पास जाकर मुठ मारने लगे, फिर अचानक रुक गए और बैठकर मेरी बीवी श्वेता की नाइटी को धीरे-धीरे ऊपर करने लगे।
उन्होंने कमर तक नाइटी उठाई। अब उन्हें श्वेता की काली पैंटी दिखने लगी। फिर से वो मुठ मारने लगे। उन्हें लगा कि कुछ करना चाहिए। उन्होंने श्वेता के पैरों को धीरे से ऊपर उठाकर फैलाया। पैंटी के बीच से चूत की दरार दिख रही थी, जो पैंटी से चिपकी हुई थी। फिर वो धीरे से अपना मुँह चूत के पास ले गए और सूँघने लगे। इसके बाद जोर-जोर से मुठ मारने लगे। फिर हिम्मत करके उन्होंने पैंटी को एक तरफ किया और जीभ को पास ले जाकर चाटने लगे।
मेरी बीवी अचानक उठकर बैठ गई और बोली, “मयंक, तू ये क्या कर रहा है? अगर चोदना है तो प्लीज जल्दी कर, मुझे परेशान मत कर।” पापा ने सिर हिलाकर हाँ कहा। मेरी बीवी को कुछ समझ नहीं आया क्योंकि पापा का शरीर मेरे जैसा ही है। मेरा लंड 7 इंच का है, लेकिन पापा का मैंने देखा तो वो 9 इंच का था। फिर उन्होंने जीभ को चूत के पास गोल-गोल घुमाना शुरू किया। इससे मेरी बीवी पूरी तरह जागृत हो गई।
अब श्वेता पापा का सिर पकड़कर अपनी चूत पर दबाने लगी। फिर वो ऊपर आए और उसकी नाइटी उतारकर पैंटी भी निकाल दी। अब उसके बूब्स दिखने लगे, जो ब्रा से ढके थे। वो उन्हें पकड़कर जोर-जोर से दबाने लगे और ब्रा भी उतार दी। वो उसके होंठों पर होंठ रखकर किस करने लगे। अभी भी मेरी बीवी की आँखें बंद थीं। पापा ने किस करते-करते अपने कपड़े भी उतार दिए। अब उन्हें ज़रा भी डर नहीं था। उनका लंड श्वेता की चूत को दबाकर रगड़ रहा था और मेरी बीवी झटके मार रही थी। पता नहीं कितनी बार उनका पानी निकला होगा।
फिर अचानक लंड फिसलकर सीधे अंदर चला गया क्योंकि चूत पानी से पूरी तरह भरी थी। लंड अंदर जाते ही वो बेडशीट पकड़कर तड़पने लगी। दोस्तों, मैं बताना भूल गया कि मेरी बीवी की चूत इतनी टाइट है कि जब मैं चोदता हूँ तो वो बहुत जोर से चिल्लाती है। मेरा लंड 3 इंच मोटा है, लेकिन पापा का 4 इंच मोटा था। वो एकदम चौंक गई और बोली, “मयंक, तेरा लंड इतना बड़ा कैसे हो गया?” अब पापा धीरे-धीरे ऊपर-नीचे होने लगे। मेरी बीवी को बहुत तकलीफ हुई क्योंकि पहली बार इतना बड़ा लंड उसकी चूत में घुस रहा था। वो तुरंत चिल्लाई, “उह्ह्ह्ह मयंक, रुक जा, आह्ह्ह्ह मयंक, आईईई, मैं मर गई, प्लीज रुक।”
पापा के मुँह से गलती से निकल गया, “चिल्ला मत, वरना सारे लोग जाग जाएँगे।” अब उसे पूरा यकीन हो गया कि ये मयंक नहीं है। उसने उनका मोबाइल लिया, लाइट ऑन की और देखा कि पापा उसे चोद रहे हैं। वो उन्हें ऊपर से हटाने लगी, लेकिन पापा ने उसे इतनी जोर से जकड़ रखा था कि वो थोड़ा भी हिल नहीं सकी। जब मेरी बीवी शांत हुई, तो पापा ने लंड चूत से बाहर निकाला और उसके दोनों हाथ पकड़कर बोले, “अगर तूने 10 मिनट में अपनी चूत से पानी नहीं छोड़ा, तो मैं तुझे नहीं चोदूँगा।” वो कुछ नहीं बोली, बस रोते-रोते हाँ कह दिया। पापा ने पहले चूत को साफ किया, फिर मोबाइल में टाइम दिखाया और उसके होंठों को किस करने लगे।
फिर मेरी बीवी के हाथ छोड़े और बूब्स पकड़कर दबाने लगे। अब मेरी बीवी खुद को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी। उनका लंड चूत को रगड़ रहा था। मेरी बीवी ने मोबाइल देखा तो सिर्फ 3 मिनट हुए थे। अब पापा ने होंठ चाटकर बूब्स पकड़े और लंड को चूत के दाने पर जोर-जोर से रगड़ने लगे। लेकिन एक औरत होने के नाते वो कंट्रोल नहीं कर सकी। उसने फिर मोबाइल देखा तो सिर्फ 6 मिनट हुए थे। जैसे ही पापा ने बूब्स मुँह में लिए, वो जोर से रोने लगी और ऊपर-नीचे होने लगी। फिर ऊपर देखकर बोली, “मयंक, मुझे माफ कर।” फिर वो इतने जोर से ऊपर आई कि उसकी चूत से बहुत सारा पानी निकल गया। पापा बोले, “मैं जीत गया। अब तुझे मेरा साथ देना पड़ेगा, समझी?” मेरी बीवी ने रोना बंद कर दिया।
अब पापा मेरी बीवी की चूत के होंठों को पकड़कर लंड को उस पर रगड़ने लगे। इस बार उन्होंने जोर से एक धक्का मारा तो लंड अंदर सरक गया। चूत पानी से पूरी भरी थी। अब पापा ने धक्के शुरू किए और मेरी बीवी से पैर फैलाने को कहा। जैसे ही उसने पैर फैलाए, पापा एक झटके से लंड अंदर-बाहर करने लगे। वो इतने जोर से धक्के मार रहे थे कि मेरी बीवी की चूत से पानी ही पानी निकल रहा था। अब उसने भी अपने पैर ढीले किए और पापा की गांड पर रख दिए। अब पापा का पूरा लंड चूत में था और “पच-पच” की आवाज़ आ रही थी। चुदाई करते-करते उन्हें 1 घंटा हो गया था। फिर पापा ने वीर्य चूत में छोड़ दिया।
फिर वो मेरी बीवी के ऊपर ही पड़े रहे। थोड़ी देर बाद उठे, कपड़े पहने और बोले, “मयंक को मत बताना।” मुझे लगा कि वो बाहर आएँगे, तो मैं दरवाजे से दूर चला गया और नाटक करते हुए अंदर आया। पापा ने मुझसे पूछा, “तू अब तक कहाँ था?” मैंने कहा, “मैं अपने दोस्त के घर था।” वो बोले, “अच्छा, कमरे में जाकर सो जा।” मैं हँसते हुए अपनी बीवी से बोला, “चल सेक्सी, मुझे आज चोदना है।” वो बोली, “नहीं, मुझे बहुत नींद आ रही है। सेक्स हम कल करेंगे।”
फिर वो उठकर बाहर पेशाब करने गई। मैंने लाइट ऑन की तो देखा कि पूरा बेड मेरी बीवी की चूत के पानी से गीला था और थोड़ा खून भी था। मैंने तय किया कि अब से बीवी को कभी अकेला नहीं छोड़ूँगा। इसके बाद आज तक मैंने अपनी बीवी को कभी अकेला नहीं छोड़ा, क्योंकि मेरे पापा की उस पर नज़र थी और वो भी लंड की बहुत भूखी थी।
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