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हेल्लो दोस्तों, ये मेरी पहली हिंदी सेक्स कहानी है, जो हॉट सेक्स स्टोरी और भाई-बहन सेक्स की तलाश करने वालों के लिए खास है। मेरे घर में चार लोग हैं: माँ सविता (40 साल, बेहद सेक्सी माँ), मोनिका (25 साल), करिश्मा (22 साल, मॉडल जैसी), और मैं राज (19 साल, सबका लाडला)।

मेरे पिता का देहांत मेरे जन्म के दो साल बाद हो गया था। सारी जिम्मेदारी माँ पर आ गई, क्योंकि मेरे पिता ने दूसरी जाति की लड़की से शादी की थी, जिसके चलते उनके माता-पिता से कोई रिश्ता नहीं था। पिता बहुत सारा पैसा छोड़ गए थे, लेकिन माँ ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं थी। उनकी एक सहेली ने सुझाव दिया कि कॉल गर्ल सप्लाई करने में अच्छा पैसा है। माँ ने हाँ कह दिया, क्योंकि वो खुद भी ठोकेबाज रंडी थी।

इसके बाद माँ को कभी पैसे की कमी नहीं हुई। आज वो शहर के बड़े लोगों को कॉल गर्ल्स सप्लाई करती हैं। चूंकि माँ पहले से ही रंडी थी, उन्होंने हम पर कोई पाबंदी नहीं लगाई। कई बार माँ मेरे सामने दूसरे मर्दों से चुदवाती थी। इससे मेरी बहनें भी खुले विचारों वाली हो गईं, और मैं भी वैसा ही बन गया।

कुछ दिन पहले मैंने एक ब्लू फिल्म देखी और माँ को चोदने का प्लान बनाया। चूंकि वो रंडी थी, मैंने उनसे सीधे पूछ लिया।

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मैं: माँ, मैंने कल एक फिल्म देखी जिसमें बेटा अपनी माँ को चोदता है। क्या ऐसा होता है?
माँ: हाँ, कुछ मादरचोद लड़के होते हैं। तू ये क्यों पूछ रहा है?
मैं: क्योंकि मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है।
माँ (हँसते हुए): तूने कभी किसी लड़की के साथ सेक्स किया है?
मैं: नहीं।
माँ: और तू मुझसे सीधे पूछ रहा है? पहले किसी लड़की के साथ मजा ले। तुझमें मेरी आग शांत करने की ताकत नहीं है, और मुझे तुझसे चुदवाने में कोई दिलचस्पी नहीं।

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ये सुनकर मुझे लगा कि उन्होंने मेरे मर्द होने पर सवाल उठाया। मैंने ठान लिया कि मैं कुछ ऐसा करूँगा कि मेरी रंडी माँ खुद मेरे पास चुदवाने आए। फिर मैंने प्लान बनाया कि पहले अपनी दोनों बहनों को अपने लंड का आदी बनाऊँगा, ताकि माँ भी गर्म हो जाए।

मैंने मोनिका से कहा कि मुझे सुबह 6 बजे उठा दे, क्योंकि मुझे काम है। वो मान गई। मैं सुबह 5:30 बजे उठा और अपना लंड तानकर रखा। जब मोनिका आई, उसकी नजर मेरे लंड पर पड़ी। वो कुछ देर इसे देखती रही, फिर पास आई, उसने लंड का वास लिया और जीभ से टोपे को छुआ। मैं हिला, तो वो पीछे हट गई। मैंने उठने का नाटक किया।

मैं: अरे दीदी, तू कब आई?
मोनिका: अभी आई, तुझे उठाने।
मैं: थैंक्यू दीदी, लेकिन रात को कॉल आया था कि काम कैंसिल हो गया।

मुझे उसके चेहरे पर एक चमक दिखी, और वो बाहर चली गई।

दोपहर में जब मैं और मोनिका अकेले थे, मैंने अपने दोस्त को फोन करके कहा कि 10 मिनट बाद मुझे कॉल करे। मैंने फोन हॉल में रखा और अपनी रूम में ब्लू फिल्म देखकर मुठ मारने लगा। काफी देर तक मोनिका नहीं आई। मैं बाहर देखने गया, तो वो मेरे रूम की तरफ आ रही थी। मैं वापस जाकर मुठ मारने लगा। 10 मिनट बाद भी वो नहीं आई। जब मैंने फिर देखा, तो वो पीछे खड़ी सब देख रही थी।

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मोनिका: ये सब क्या चल रहा है?
मैं: सॉरी दीदी, कंट्रोल नहीं हुआ, तो मुठ मारने लगा।
मोनिका: मैं मुठ मारने की बात नहीं कर रही। मैंने तुझे कई बार देखा है। लेकिन सुबह तूने जो किया, वो क्यों किया?
मैं: क्या दीदी?
मोनिका: साले, मैंने तेरे जैसे कई देखे हैं। तू मुझे चोदने के लिए ये सब कर रहा था, ना?
मैं: नहीं दीदी।
मोनिका: सच बोल, वरना बहुत मारूँगी।
मैं: सॉरी दीदी, तू मुझे बहुत पसंद है। मैं तुझे कब से चोदना चाहता था, इसलिए ऐसा किया।
मोनिका: साले भेनचोद, बता, तूने मुझमें क्या देखा कि तूने अपनी रंडी माँ और करिश्मा को छोड़कर मुझे चोदने का सोचा?
मैं: तू एकदम पोर्न स्टार जैसी है। तुझे देखकर मेरा लंड कड़क हो जाता है। मैं पागल हो जाता हूँ। दीदी, प्लीज, एक बार मुझे चोदने दे, वरना मैं मर जाऊँगा।

ये कहकर मैंने उसे पास खींचा और किस करने लगा। तभी किसी के आने की आहट हुई। मोनिका दूर हट गई, और मैंने ब्लू फिल्म बंद की। वो करिश्मा थी।

करिश्मा: मोनिका, हमें रात के प्रोग्राम की तैयारी करनी है। चल।
मोनिका: हाँ, चल।

दोनों चली गईं। रात को प्रोग्राम खत्म होने के बाद माँ खाना खाकर सो गई। मैं मोनिका के रूम की तरफ गया। वहाँ मोनिका करिश्मा को दोपहर की बात बता रही थी।

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मोनिका: करिश्मा, बता ना रंडी, मैं क्या करूँ? जब से मैंने उसका लंड चूसा, मैं ठोकेबाज बन गई हूँ।
करिश्मा: इसमें सोचने की क्या बात? अगर मैं होती, तो अब तक उसका लंड अपनी गांड में भी ले चुकी होती। तू ड्रामा कर रही है, साली।
मोनिका: लेकिन वो हमारा भाई है।
करिश्मा: तो क्या हुआ? हमें तो खुश होना चाहिए कि इतना बड़ा लंड हमारे पास है। अब कुछ मत सोच और उसकी रंडी बन जा। अगर तू नहीं गई, तो मैं चली जाऊँगी। मेरी चूत में कब से लंड नहीं गया।
मोनिका: ठीक है, मैं अब उसके पास चुदवाने जा रही हूँ।
करिश्मा: साली रंडी, तेरा काम हो गया और मुझे भूल गई?
मोनिका: ऐसा नहीं रंडी, तू भी चल मेरे साथ।

फिर दोनों मेरे पास आईं, और हमने खूब ठोकाठोकी की।

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